Indian Constitution

हर राष्ट्र की नींव उसके संविधान पर टिकी होती है, और भारत का संविधान (Indian Constitution) इसका सबसे जीवंत उदाहरण है। 26 जनवरी 1950 को लागू हुए इस ...

मौलिक अधिकार (Fundamental Rights of Indian Constitution) उन अधिकारों को कहा जाता है जो व्यक्ति के जीवन के लिये मौलिक होने के कारण संविधान द्वारा नागरिकों ...

भारत जैसे विविधता से भरपूर देश में धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार विशेष महत्व रखता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 से 28 में इस अधिकार की स्पष्ट व्याख्या ...

यदि कभी संविधान का कोई अनुच्छेद 'मूल अधिकारों की आत्मा' कहलाने योग्य है, तो वह संवैधानिक उपचारों का अधिकार अनुच्छेद 32 है। यह कथन भारत के संविधान ...

आपने कभी सोचा है कि हम अपने विचार खुलकर क्यों व्यक्त कर सकते हैं, पसंद का पेशा चुन सकते हैं और देश में कहीं भी घूमने और बसने की आजादी क्यों है? यह सब ...

भारतीय संविधान के भाग-III में वर्णित 6 मौलिक अधिकारों में से एक समानता का अधिकार (Rights of Equality) है। यह अधिकार सुनिश्चित करता है कि सभी नागरिकों के ...

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