हिंदी वर्णमाला बारहखड़ी (Barah Khadi in Hindi) हमने बचपन में अपनी स्लेट पर बार-बार लिखकर मिटाया होगा। 12 Khadi को हिंदी सीखने का पहला चरण माना गया हैं। यदि विद्यार्थियों को अक्षरों और मात्राओं का ज्ञान कराकर सिखाया जाए तो वह जल्द ही हिंदी व अंग्रेजी बारहखड़ी (12 Khadi in English) सीखकर किताब पढ़ना सीख जाते हैं।
हिंदी भाषा जल्द ही सिखने के लिए हमें सबसे पहले विद्यार्थियों को स्वर तथा व्यजनों के बारें में सम्पूर्ण जानकारी देनी होगी। विद्यार्थियों को “क से श्र” तक सभी वर्ण बार बार लिखवाकर याद कराये और प्रत्येक वर्ण के उच्चारण को भी साथ-साथ सीखाएं। वर्ण सिखने के बाद मात्राओं का अभ्यास करवाएं तथा एक व्यंजन के साथ छोटी बड़ी मात्रा जुड़ने से उसके उच्चारण की ध्वनि बच्चों को सुनाएं जिससे बच्चे जल्द ही किताब पढ़ना सीख सकते हैं।
हम सभी जानते हैं कि हिन्दी वर्णमाला में कुल 13 स्वर हैं लेकिन इसमे केवल 12 मात्राएँ होती है। इन्हीं मात्राओं को व्यंजन के साथ जोड़ने से बारह खड़ी (Barah Khadi in Hindi) बनती है।
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स्वर | मात्रा | उदाहरण |
अ | – | – |
आ | ा | क + ा = का |
इ | ि | क + ि = कि |
ई | ी | क + ी = की |
उ | ु | क + ु = कु |
ऊ | ू | क + ू = कू |
ऋ | ृ | क + ृ = कृ |
ए | े | क + े = के |
ऐ | ै | क + ै = कै |
ओ | ो | क + ो = को |
औ | ौ | क + ौ = कौ |
Barah Khadi in Hindi (12 Khadi) | हिंदी वर्णमाला बारहखड़ी
बारहखड़ी (12 Khadi) हिन्दी भाषा के व्यंजन तथा स्वर के संयोग से बनने वाले अक्षरों के क्रम को कहते हैं। हिन्दी भाषा के लिये बारहखड़ी (Barah Khadi in Hindi) सारणी नीचे दी गयी है।
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‘ऋ’ भी एक स्वर है। इसका प्रयोग हिंदी बोलियों में बहुत ही कम है, लेकिन हिंदी से आए संस्कृत शब्दों में अधिक है। जैसे: पृथ्वी, मृत्यु, मृदा इत्यादि।
Barah Khadi in Hindi (क से श्र तक)
अ | आ | इ | ई | उ | ऊ | ए | ऐ | ओ | औ | अं | अः |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
– | ा | ि | ी | ु | ू | े | ै | ो | ौ | ं | ः |
क | का | कि | की | कु | कू | के | कै | को | कौ | कं | कः |
ख | खा | खि | खी | खु | खू | खे | खै | खो | खौ | खं | खः |
ग | गा | गि | गी | गु | गू | गे | गै | गो | गौ | गं | गः |
घ | घा | घि | घी | घु | घू | घे | घै | घो | घौ | घं | घः |
च | चा | चि | ची | चु | चू | चे | चै | चो | चौ | चं | चः |
छ | छा | छि | छी | छु | छू | छे | छै | छो | छौ | छं | छः |
ज | जा | जि | जी | जु | जू | जे | जै | जो | जौ | जं | जः |
झ | झा | झि | झी | झु | झू | झे | झै | झो | झौ | झं | झः |
ट | टा | टि | टी | टु | टू | टे | टै | टो | टौ | टं | टः |
ठ | ठा | ठि | ठी | ठु | ठू | ठे | ठै | ठो | ठौ | ठं | ठः |
ड | डा | डि | डी | डु | डू | डे | डै | डो | डौ | डं | डः |
ढ | ढा | ढि | ढी | ढु | ढू | ढे | ढै | ढो | ढौ | ढं | ढः |
ण | णा | णि | णी | णु | णू | णे | णै | णो | णौ | णं | णः |
त | ता | ति | ती | तु | तू | ते | तै | तो | तौ | तं | तः |
थ | था | थि | थी | थु | थू | थे | थै | थो | थौ | थं | थः |
द | दा | दि | दी | दु | दू | दे | दै | दो | दौ | दं | दः |
ध | धा | धि | धी | धु | धू | धे | धै | धो | धौ | धं | धः |
न | ना | नि | नी | नु | नू | ने | नै | नो | नौ | नं | नः |
प | पा | पि | पी | पु | पू | पे | पै | पो | पौ | पं | पः |
फ | फा | फि | फी | फु | फू | फे | फै | फो | फौ | फं | फः |
ब | बा | बि | बी | बु | बू | बे | बै | बो | बौ | बं | बः |
भ | भा | भि | भी | भु | भू | भे | भै | भो | भौ | भं | भः |
म | मा | मि | मी | मु | मू | मे | मै | मो | मौ | मं | मः |
य | या | यि | यी | यु | यू | ये | यै | यो | यौ | यं | यः |
र | रा | रि | री | रु | रू | रे | रै | रो | रौ | रं | रः |
ल | ला | लि | ली | लु | लू | ले | लै | लो | लौ | लं | लः |
ळ | ळा | ळि | ळी | ळु | ळू | ळे | ळै | ळो | ळौ | ळं | ळः |
व | वा | वि | वी | वु | वू | वे | वै | वो | वौ | वं | वः |
श | शा | शि | शी | शु | शू | शे | शै | शो | शौ | शं | शः |
स | सा | सि | सी | सु | सू | से | सै | सो | सौ | सं | सः |
ष | षा | षि | षी | षु | षू | षे | षै | षो | षौ | षं | षः |
ह | हा | हि | ही | हु | हू | हे | है | हो | हौ | हं | हः |
क्ष | क्षा | क्षि | क्षी | क्षु | क्षू | क्षे | क्षै | क्षो | क्षौ | क्षं | क्षः |
त्र | त्रा | त्रि | त्री | त्रु | त्रू | त्रे | त्रै | त्रो | त्रौ | त्रं | त्रः |
ज्ञ | ज्ञा | ज्ञि | ज्ञी | ज्ञु | ज्ञू | ज्ञे | ज्ञै | ज्ञो | ज्ञौ | ज्ञं | ज्ञः |
श्र | श्रा | श्रि | श्री | श्रु | श्रू | श्रे | श्रै | श्रो | श्रौ | श्रं | श्रः |
Barakhadi Kaise Yaad Karaye | 12 Khadi याद कराने का तरीका
पुराने समय में अध्यापक 12 खड़ी (Barah Khadi in Hindi) को याद करवाने के लिए रटवाना ही सबसे अच्छा तरीका मानते थे। और लम्बे समय के अभ्यास के बाद विद्यार्थी बारहखड़ी सीख तो लेते थे परन्तु उनकी रूचि पढ़ाई में खत्म होने लगती थी और बच्चों को रटे हुए शब्दों के अर्थ भी मालूम नहीं होता था।
इसलिए बच्चों को खेल के साथ बारहखड़ी सिखाने का प्रयास किया जाना चाहिए। जिससे उनकी पढ़ाई में मन भी लगा रहे और सीखते भी रहे। सबसे पहले सभी स्वरों तथा व्यजनों के अर्थ व उदाहरण को अच्छे से समझाए फिर कुछ दिनों तक स्लेट पर इन्हें लिखवाकर अभ्यास कराये। बाद में बारहखड़ी को मात्राओं के साथ सिखाएं उन्हें हर शब्द के पीछे मात्रा लगने से अर्थ में होने वाले बदलाव तथा उसके उच्चारण का सही तरीका भी सिखाए। बच्चो को रोज नये-नये शब्द बनाने के लिए भी दें जिससे वे जल्दी से मात्राओ के कारण शब्द के अर्थ में बदलाव होने वाले बदलाव को समझ सकेंगे।
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जैसे: ‘क’ के साथ जिस तरह ‘इ’ की बड़ी मात्रा लगने से ‘की’ बनता हैं ठीक उसी तरह ख, ग, घ के बड़ी ‘ई’ की मात्रा से ‘ऊ’ की मात्रा ‘ऐ’ की मात्रा लगने से उसका उच्चारण अलग होगा। धीरे-धीरे शब्द निर्माण के बारे में भी परिचय कराते चले ताकि जैसे ही बच्चा बारहखड़ी (12 Khadi) सीख ले वह अभ्यास के तौर पर किताब पढ़ना भी सीख जाएगा।
Barah Khadi in English | हिंदी से अंग्रेजी बारहखड़ी
ऊपर हमने जाना की हिंदी में बारहखड़ी (Barah Khadi in Hindi) कैसे लिखा जाता है। लेकिन क्या आपको पता है अधिकांश बच्चे हिंदी से अंग्रेजी में शब्दों का अनुवाद करते समय मात्राओं का सही ज्ञान ना होने के कारण अंग्रेजी के शब्दों को गलत लिखते हैं। तो चलिए निचे दिए गए चार्ट की मदद से जानते हैं की अंग्रेजी में बारहखड़ी (Barah Khadi in English) को कैसे लिखा जाता है।
Barah Khadi in English (क से ज्ञा तक) | 12 Khadi in English
अ | आ | इ | ई | उ | ऊ | ए | ऐ | ओ | औ | अं | अः |
– | ा | ि | ी | ु | ू | े | ै | ो | ौ | ं | ः |
क ka | का ka | कि ki | की kee | कु ku | कू koo | के ke | कै kai | को ko | कौ kau | कं kan | कः kah |
ख kha | खा kha | खि khi | खी khee | खु khu | खू khoo | खे khe | खै khai | खो kho | खौ khau | खं khan | खः khah |
ग ga | गा ga | गि gi | गी gee | गु gu | गू goo | गे ge | गै gai | गो go | गौ gau | गं gan | गं gah |
घ gha | घा gha | घि ghi | घी ghee | घु ghu | घू ghoo | घे ghe | घै ghai | घो gho | घौ ghau | घं ghan | घः ghah |
च cha | चा cha | चि chi | ची chee | चु chu | चू choo | चे che | चै chai | चो cho | चौ chau | चं chan | चः chah |
छ chha | छा chha | छि chhi | छी chhee | छु chhu | छू chhoo | छे chhe | छै chhai | छो chho | छौ chhau | छं chhan | छः chhah |
ज ja | जा ja | जि ji | जी jee | जु ju | जू joo | जे je | जै jai | जो jo | जौ jau | जं jan | जः jah |
झ jha | झा jha | झि jhi | झी jhee | झु jhu | झू jhoo | झे jhe | झै jhai | झो jho | झौ jhau | झं jhan | झः jhah |
ट ta | टा ta | टि ti | टी tee | टु tu | टू too | टे te | टै tai | टो to | टौ tau | टं tan | टः tah |
ठ tha | ठा tha | ठी thi | ठी thee | ठु thu | ठू thoo | ठे the | ठै thai | ठो tho | ठौ thau | ठं than | ठः thah |
ड da | डा da | डि di | डी dee | डु du | डू doo | डे de | डै dai | डो do | डौ dau | डं dan | डः dah |
ढ dha | ढा dha | ढि dhi | ढी dhee | ढु dhu | ढू dhoo | ढे dhe | ढै dhai | ढो dho | ढौ dhau | ढं dhan | ढः dhah |
ण na | णा na | णि ni | णी nee | णु nu | णू noo | णे ne | णै nai | णो no | णौ nau | णं nan | णः nah |
त ta | ता ta | ति ti | ती tee | तु tu | तू too | ते te | तै tai | तो to | तौ tau | तं tan | तः tah |
थ tha | था tha | थि thi | थी thee | थु thu | थू thoo | थे the | थै thai | थो tho | थौ thau | थं than | थः thah |
द da | दा da | दि di | दी dee | दु du | दू doo | दे de | दै dai | दो do | दौ dau | दं dan | दः dah |
ध dha | धा dha | धि dhi | धी dhee | धु dhu | धू dhoo | धे dhe | धै dhai | धो dho | धौ dhau | धं dhan | धः dhah |
न na | ना na | नि ni | नी nee | नु nu | नू noo | ने ne | ने nai | नो no | नौ nau | नं nan | नः nah |
प pa | पा pa | पि pi | पी pee | पु pu | पू poo | पे pe | पौ pai | पो po | पौ pau | पं pan | पः pah |
फ pha | फा pha | फि phi | फी phee | फु phu | फू phoo | फे phe | फै phai | फ़ो pho | फौ phau | फं phan | फः phah |
ब ba | बा ba | बि bi | बी bee | बु bu | बू boo | बे be | बै bai | बो bo | बौ bau | बं ban | बः bah |
भ bha | भा bha | भि bhi | भी bhee | भु bhu | भू bhoo | भे bhe | भ bhai | भो bho | भौ bhau | भं bhan | भः bhah |
म ma | मा ma | मि mi | मी mee | मु mu | मू moo | मे me | मै mau | मो mo | मौ mau | मं man | मः mah |
य ya | या ya | यि yi | यी yee | यु yu | यू yoo | ये ye | यै yai | यो yo | यौ yau | यं yan | यः yah |
र ra | रा ra | रि ri | री ree | रु ru | रू roo | रे re | रै rai | रो ro | रौ rau | रं ran | रः rah |
ल la | ला la | लि li | ली lee | लु lu | लू loo | ले le | लै lai | लो lo | लौ lau | लं lan | लः lah |
व wa | वा wa | वि wi | वी wee | वु wu | वू woo | वे we | वै wai | वो wo | वौ wau | वं wan | वः wah |
श sha | शा sha | शि shi | शी shee | शु shu | शू shoo | शे she | शै shai | शो sho | शौ shau | शं shan | शः shah |
ष sha | षा sha | षि shi | षी shee | षु shu | षू shoo | षे she | षै shai | षो sho | षौ shau | षं shan | षः shah |
स sa | सा sa | सि si | सी see | सु su | सू soo | से se | सै sai | सो so | सौ sau | सं san | सः sah |
ह ha | हा ha | हि hi | ही hee | हु hu | हू hoo | हे he | है hai | हो ho | हौ hau | हं han | हः hah |
क्ष ksha | क्षा ksha | क्षि kshi | क्षी kshee | क्षु kshu | क्षू kshoo | क्षे kshe | क्षै kshai | क्षो ksho | क्षौ kshau | क्षं kshan | क्षः kshah |
ज्ञ gya | ज्ञा gya | ज्ञि gyi | ज्ञी gyee | ज्ञु gyu | ज्ञू gyoo | ज्ञे gye | ज्ञै gyai | ज्ञो gyo | ज्ञौ gyau | ज्ञं gyan | ज्ञः gyah |
बारहखड़ी (12 खड़ी) सीखे बिना हिंदी भाषा कैसे पढ़े?
हम सभी जानते ही हैं की किसी भी भाषा को पढ़ने या सीखने की शुरुआत उसके वर्णमाला को समझने से होती हैं। बेसिक वर्णमाला स्वर और व्यंजन जिन्हें ‘अ’ अनार तथा ‘क’ से कबूतर उच्चारित करना सीखाया जाता हैं। इन सभी वर्णों को सीखने के बाद अगला पड़ाव बारह खड़ी सीखने का होता हैं।
छोटे बच्चों के लिए प्रत्येक वर्ण पर मात्राएँ लगाकर उनका अलग अलग उच्चारण कर याद रखना काफी कठिन हो जाता हैं। आजकल छोटी कक्षाओं के बच्चों को बारहखड़ी न रटवाकर मात्राओं का ज्ञान करवाकर हिन्दी पढ़ना सीखाया जाता हैं।
बच्चों को स्वर और व्यंजन सिखाने के बाद बारहखड़ी (12 Khadi) के स्थान पर एक मात्रा वाले दो शब्द (कब, तब, अब, घर, फल, चल, हट) के बाद एक मात्रा के तीन शब्द (अमर, बहस, नगर, चलन, बजट, सड़क, धवन, नजर) के बाद चार शब्दों वाले एक मात्रा के शब्द जैसे (बचपन, खटपट, चटपट, नटखट, गपशप, मखमल, झटपट, करतब, अदरक, समतल, खटमल) आदि।
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इसी तरह आ की मात्रा वाले दो, तीन चार शब्दों के बाद ‘इ, ई’ और फिर शेष स्वरों और व्यंजनों से बनने वाले इस तरह के शब्दों को पढ़वाकर बहुत कम अभ्यास से ही आराम से बच्चों को फर्राटेदार हिंदी पढ़ना और बोलना कम समय में सिखाया जा सकता हैं।
अधिक पूछे जाने वाले सवाल
12 खड़ी क्या होता है?
बारह खड़ी (12 खड़ी) हिन्दी व्याकरण में व्यंजन का स्वर की मात्राओं से जुड़ा एक नया रूप है। जैसे- व्यंजन ‘क’ पर ‘आ’ (ा) की मात्रा लगाने से ‘का’ बन गया है। ऐसे ही सभी मात्राओं को किसी वर्ण पर व्यवस्थित करने से उनका समूह बारह खड़ी कहलाता है।
बारह खड़ी में कितने अक्षर होते हैं?
हिंदी भाषा में 41 व्यंजन होते है और एक व्यंजन 11 स्वरों के साथ मिलकर 12 अक्षरों की एक शृंखला बनाता है। हिंदी भाषा की पूरी बारहखड़ी में कुल अक्षरों की संख्या 492 होती होती है।
क से ज्ञ तक बारहखड़ी बताइए
क से ज्ञ तक की बारहखड़ी हमने हिंदी और अंग्रेजी भाषा में उपर बताया हुआ है।
- आखिरी अपडेट: 6 मिनट पहले
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