
विद्यार्थी परीक्षा से पहले चाहे जितनी भी तैयारी कर लें लेकिन यदि How to Write Exam Paper पता नहीं हो तो वे परीक्षा के दिन अच्छा प्रदर्शन करने में सफल नहीं होते हैं और ऐसे में सारी मेहनत व्यर्थ हो जाती है। जब भी कोई विद्यार्थी परीक्षा कक्ष में बैठता है तो वह चिंतित और नर्वस महसूस करता है। बोर्ड कक्षा 10वी और 12वी की परीक्षा में केवल लिखना ही काफी नहीं होता How to Write Exam Paper यह जानना भी जरुरी है। उत्तरपुस्तिका में लिखने के साथ साथ कुछ फॉर्मेटिंग का भी विशेष ध्यान रखना जरुरी होता है।
How to Write Exam Paper: 8 आसान टिप्स
यहाँ हम आपको 8 सबसे महत्वपूर्ण How to Write Exam Paper टिप्स बताने जा रहे हैं जिसकी मदद से आप बोर्ड कक्षाओं की परीक्षा में पेपर हल कर करके अच्छे मार्क्स ला सकते हैं।
परीक्षा देते समय इस बात का ख़ास ध्यान रखना चाहिए कि हर उत्तर को लिखने के लिए उसकी मांग के अनुसार ही पर्याप्त शब्दों का ही उपयोग करें। उत्तर में ऐसे पैराग्राफ कभी न लिखें जो उस प्रश्न से सम्बंधित ना हो और न ही उसकी व्याख्या की मांग की गयी हो।
देखा गया है की ज़्यादातर विद्यार्थियों का मानना है कि ज़्यादा बड़ा या लम्बा उत्तर लिखने से अध्यापक उन्हें ज़्यादा अंक मिलेंगे जो कि बिलकुल भी सही नहीं है। क्योंकि अध्यापक सिर्फ़ उचित व सही उत्तरों का ही मूल्यांकन करते हैं न कि उत्तर पुस्तिका में लिखी कहानियों का।
इसे भी पढ़े – कक्षा 10 एवं 12वी के मेधावी छात्रों की उत्तरपुस्तिका छायाप्रति
परीक्षा प्रश्न पत्र मिलते ही आपको प्रश्न पत्र के सभी प्रश्नों को भली-भांति देख लेना चाहिए, और उन सरल प्रश्नों के उत्तर पहले लिखना चाहिए जिनके लिए आप पूरी तरह से Confident हैं। अर्थात आपको पूरा विस्वास है कि आप उन प्रश्नों को बिलकुल सही हल कर पाएंगे। बोर्ड परीक्षा लिखते समय यह ज़रूरी नहीं होता कि आप सभी प्रश्नों को उनके दिए गये क्रम के अनुसार ही हल करें।
इसलिए पहले उन्हीं प्रश्नों के उत्तर लिखिए जिनके लिए आप अच्छे से तैयार है. इससे आपका आत्मविश्वास तो बढ़ता ही है साथ ही साथ आपके पास पर्याप्त समय भी बच जाता है जिसमें आप सहजता से उन प्रश्नों के उत्तर भी याद कर लिख सकते हैं जिनके उत्तर के लिए आपके दिमाग में दुविधा है।
परीक्षा प्रश्न पत्र में कई खंड में एक या दो अतिरिक्त प्रश्न दिया जाता है जैसे सात प्रश्न दिए है उनमे से कोई पांच प्रश्नों के ही उत्तर देने है ऐसे में सही प्रश्नों का चयन करना बहुत जरुरी होता है। कई बार हम ऐसे प्रश्न चुन लेते हैं जिनका उत्तर हमें थोडा बहुत ही आता है। और हम फिर सोचने लगते है की कोई दूसरा प्रश्न बनता तो अच्छे से उत्तर लिख पाता। ऐसा सिर्फ़ जल्दबाजी और दबाव के चलते होता है।
इसलिए विद्यार्थी सही प्रश्न का चुनाव करने के लिए सबसे पहले विकल्प में दिए सभी प्रश्नों को ध्यान से एक बार की बजाये दो बार पढ़ें और उन प्रश्नों के उत्तर को अपने दिमाग में एक तस्वीर उतारने की कोशिश करें। जिस प्रश्न के लिए आप एक स्पष्ट तस्वीर अपने दिमाग में पाते हैं उसी प्रश्न को चुनकर उत्तर लिखें।
सभी छात्रों को बोर्ड क्लास में कैसे लिखना है ये सिखाया जाता है। बोर्ड एग्जाम में कैसे उत्तर साफ-साफ़ और सुंदर लिखो ताकि उत्तरपुस्तिका जांच करने वाले को पढ़ने में आसानी हो। सुंदर लिखावट का असर हर एक परीक्षक पर पड़ता है क्योंकि लिखावट जितनी साफ होगी परीक्षक को उत्तर पढ़ने और समझने में आसानी होगी। परीक्षक अपने समय की बचत और बच्चे की अच्छी लिखाई देख कर आपको अंक देने में जरा भी संकोच नहीं करेगा। इसीलिए परीक्षक का ध्यान आकर्षित करने और अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए अच्छा लिखें, पूरा लिखें और सुंदर।
इसे भी पढ़े – कक्षा 12वी मेधावी छात्रों की उत्तरपुस्तिका छायाप्रति
परीक्षा में ज्यादातर बच्चे नए पेन से लिखना पसंद करते हैं। परीक्षा विशेष है इसलिए पेन भी नया होना चाहिए सोचते हैं। लेकिन नया पेन कई बार आपके लिखने की गति को धीमा कर सकता है और लिखावट स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देता लम्बी लाइन खीचने पर या मात्रा लगाने पर ठीक से दिखाई नहीं देती क्योंकि नयी पेन की स्याही शुरुआत में थोड़ी फीकी रहती है। और कई बार नयी पेन की स्याही भी जम जायी होती है जिसे चलने में टाइम लगता है। इसलिए कोशिश करे परीक्षा में थोड़ा चला हुआ ही पेन ले जाए और बैकअप के लिए दो-तिन पेन हमेशा साथ में रखे परीक्षा के समय कोई परेशानी ना हो।
बोर्ड की परीक्षा में कई विषय में ऐसे प्रश्न भी आ जाते हैं जिनका उत्तर चित्रों के माध्यम से समझाना पड़ता है. और कुछ प्रश्नों के उत्तर में चित्र इतने महत्वपूर्ण होते है की बिना चित्र के उत्तर ठीक से समझा नहीं पाते और उत्तर अधुरा लगने लगता है।
कुछ छात्र लिखने में ज्यादा ध्यान देते हैं और चित्र की जगह छोड़कर अगले प्रश्न का उत्तर लिखने में लग जाते हैं और सोचते है कि चित्र अंत मे आराम से बनाएँगे. लेकिन अंत मे समय की कमी के कारण वे चित्र नही बना पाते और वो जगह खाली रह जाती है जिससे परीक्षक वह उत्तर समझ नहीं आता और उत्तर को गलत समझ कर काट देता है।
परीक्षा में लिखते समय बहुत से बच्चे उत्तरपुस्तिका में ज्यादा काट-छाट करते हैं। कई बार तो कुछ छात्र पूरे गलत हो जाने पर उस शब्द को कई बार पेन से काट-छाट कर देते है जो की बहुत ही गलत तरीका है। अगर कोई शब्द गलत होता है तो आप उसे बस बीच से एक लाइन खीच दीजिये उस शब्द या वाक्य पर उदाहरण के तौर पर – यह वाक्य मेरा गलत हो गया है मै इसे काट रहा हूँ।
कोशिश करें की उत्तरपुस्तिका में कम से कम काट-छाट हो, क्योंकि ज्यादा काट-छाट होने पर परीक्षक को लगता है की आप नक़ल किये होंगे और उत्तरपुस्तिका के उत्तर को समझने में भी परेशानी होती है।
इसे भी पढ़े – परीक्षा की तैयारी के लिए टिप्स
उत्तरपुस्तिका में प्रश्नों के क्रमांक को साफ़-साफ़ और बीच में लिखकर निचे लाइन खीच देनी चाहिए जिससे परीक्षक को आसानी से पता चले की यह कौन से प्रश्न का उत्तर है। और हर उत्तर के बाद दो से तीन लाइन खाली जगह छोड़नी चाहिए ताकि आसानी से समझ आ जाये की इस प्रश्न का उत्तर कहा से कहा तक है, और परीक्षक को यह भी समझने में आसानी होती है की उत्तर की लम्बाई कितनी है (शब्द सीमा )
Conclusion – सारांश
दोस्तों, आप भी ऊपर दिए कुछ आसान से How to Write Exam Paper के लिए टिप्स दिए है जिसे फॉलो करके आप भी परीक्षा में और अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं।
- आखिरी अपडेट: 6 मिनट पहले
हमें आशा है आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी। कृपया इस लेख के बारे में अपने विचार और सुझाव हमें बताएं। अधिक जानकारी पढ़ते रहने और नई अपडेट के लिए हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को फॉलो और सब्सक्राइब करें।
- लिंग की परिभाषा (Ling in Hindi Grammar), भेद, पहचान, नियम - Dec 17, 2024
- Rights of Equality – समानता का अधिकार (अनुच्छेद 14-18) - Dec 14, 2024
- CG Online Token/Tokan Tuhar Hath – मोबाइल से धान का टोकन कैसे काटे 2025-26 - Dec 14, 2024